लोकसभा चुनाव से पहले चार बड़े घोटाले सामने आ सक ते हैं। इससे यूपीए और कांग्रेस की मुश्किलें और भी बढ़ सकती है। वैसे भी पिछले तीन दिनों में जयंती टैक्स, आपरेशन ब्लू स्टार में ब्रिटेन की मदद लेने और दाउद के आदमी को बचाने जैसे आरोप आरोप कांग्रेस पर लग चुके हैं। आने वाले दिनों में ये चार मुद्दे चर्चा में रहेंगे।
1. यमुना एक्सप्रेस वे घोटाला - सीएजी अपनी अगली रिपोर्ट में भी एक नए घोटाले से परदा उठाने जा रही है। इस बार का घोटाला यमुना एक्सप्रेस का है। इसमें जमीन, मुआवजे और खास लोगों को फायदा पहुंचाने का खेल सामने आये हैं। सीएजी की रिपोर्ट अभी आई नहीं है पर सूत्रों का कहना है अधिग्रहित जमीन जिस कीमत पर निजी बिल्डरों को बेची गई उसमे अनियमितताएं की गईं हैं। रेट का क्या मामला है और यह घोटाला कितने का है यह तो फरवरी में पता चलेगा जब रिपोर्ट संसद के पटल पर रखी जाएगी। पर इससे इसमें सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह और बसपा सुप्रीमो मायावती निशाने पर हैं। चंूकि ये यूपीए को समर्थन दे रहे हैं इसलिए यूपीए की भी मुश्किलें बढ़ेंगी। मुलायम और माया दोनों ने यमुना एक्सप्रेस वे पर जेपी ग्रुप को जमीनें आवंटित की थीं। वैसे इस रिपोर्ट का कुछ हिस्सा लीक हो चका है। 165 किलोमीटर का 6 लेन यमुना एक्सप्रेस वे आगरा को ग्रेटर नोएडा से जोड़ता है और इस पर करीब 13 हजार करोड़ रूपए की लागत आई है। इस एक्सप्रेस वे दोनों ओर बिल्डरों को विभिन्न प्रयोजनों के लिए जमीनें आवंटित की गईं। इनमें जेपी ग्रुप प्रमुख है। सीएजी के इस बात का आडिट कर रही है कि किसानों से ली गई जमीन बिल्डरों को किस रेट पर दी गई और इसके कैसे अनियमिता हुई है।2. राबर्ट वाड्रा के जमीन घोटाले (शर्ते लागू ) - सोनिया गंाधी के दामाद और राहुल गांधी के आदरणीय जीजाश्री और प्रियंका गांधी के पतिदेव श्री वाड्रा ने राजस्थान में कई स्थानों पर जमीन घोटाले किए हैं। इसकी फाइल मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के पास पहुंच गई है। ये घोटाला कुछ-कुछ तो लोगों को पता है पर यह असल तौर पर कितना बड़ा है यह या तो खुद वाड्र जानते है या भाजपा वाले या फिर केजरीवाल। भाजपा ने इसे मोदी के कथित जासूसी कांड में बचाव के तौर पर संभाल रखा है। अगर जासूसी कांड के लिए केन्द्र सरकार की ओर से घोषित आयोग अमल में लाया जाता है तो भाजपा भी इस जमीन घोटाले को सामने लाकर उसकी जांच के लिए राजस्थान में आयोग का गठन कर सकती है। पिछले दिनों भाजपा के राजस्थान के पांच सांसदों ने बाकायदा दामाजी के जमीन घोटाले से महारानी को अवगत करवाया और जांच की मांग की। गलियारे में कुछ लोगों का यह भी मानना है कि महारानी इस कांड की जांच न करवाएं इसलिए जासूसी मामले में केन्द्र ने मोदी पर आयोग का शिकंजा कसा है। यानी तुम वाड्रा के मामले में चुप रहो और हम मोदी के मामले में।
3. क्रिकेट फिक्ंिसग और सट्टेबाजी - पूर्व गृह सचिव आरके सिंह ने क्रिकेट फिक्ंिसग और सट्टेबाजी कांड में दाउद से जुड़े एक व्यापारी को बचाने का आरोप लगाया है। दिल्ली के गलियारों में चर्चा तो यह भी इस मामले में यूपीए के एक मंत्री को भी बचाया गया है। आईबी और रा की फोन टैपिंग में उसके नाम का अंदाजा सभी को हो गया था। नाम आता इससे पहले फोन कट गया। चर्चा यह भी है कि
4. पीएमटी महाघोटाला : मध्यप्रदेश पीएमटी महाघोटाले की आग अब राजभवन तक पहुच गई है। पता चला है राजभवन के करीबी और पीएमटी घोटाले के एक मास्टर मांइड के बीच शतक से भी अधिक बार बात हुई है। एसटीएफ के पास इसका रिकार्ड मौजूद है। इस बीच पता चला है कि पीएमटी परीक्षाओं में मुन्नाभाई गैंग की शुरूआत केन्द्रीय परीक्षाओं से ही हुई। इसके बाद ये राज्यों में फैला।
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