मोदी ने जम्मू से एके-49 के माध्यम से एके और आम आदमी पार्टी पर हमला यूं ही नहीं किया है। इसके पीछे गहरी राजनीतिक सोच और रणनीति है। मंगलवार को ही एके ने बनारस में उनके खिलाफ उम्मीदवारी का शंखनाद किया था और मोदी ने बुधवार को उन्हें पाकिस्तान के एजेंट होने के आरोप से नवाज कर जवाब दिया। चूंकि अब बनारस में आमने-मामने की लड़ाई होगी इसलिए मोदी ने आज एके पर अपना मौन तोड़ते हुए एके-49 के माध्यम से खासकर यूपी और बिहार में मुस्लिम वोटों के ध्रुवीकरण का मार्ग प्र्रशस्त कर दिया है। कारण की प्रो पाकिस्तानी छवि के कारण आप को यूपी में मुस्लिम वोट मिलेंगे। एके के हमले से पहले के एक दिन पहले ही गुजरात सरकार केजरी प्रश्नों के जवाब देकर उन्हें अमेरिकी एजेंट होने का तमगा भी दे चुकी है।
मोदी ने इसलिए चुना जम्मू-कश्मीर का मुद्दा
- एक तो मोदी जम्मू- कश्मीर में सीमा के पास थे। इसलिए एके एंटोनी से कांग्रेस और एके-49 से कश्मीर पर खासकर आम आदमी पार्टी की प्रो पाकिस्तान नीति को देश के सामने एक्सपोज कर दिया। चाहते तो वे अरविंद केजरीवाल अमेरिकी एजेंट होने का भी आरोप लगा सकते थे। इसके कहीं ज्यादा दस्तावेज उनके पास हैं। पर इससे उनका राजनीतिक मकसद पूरा नहीं होता।
- आम आदमी पार्टी पर हमले के लिए उन्होंने बिना किसी का नाम लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रशांत भूषण के उस बयान का हवाला दिया जिसमें उन्होंने जम्मू-कश्मीर में सेना की तैनाती के मुद्दे पर जनमत संग्रह की बात कही थी।
- आम आदमी पार्टी की वेबवाइट पर दिए भारत के नक्शे में जम्मू- कश्मीर को पाकिस्तान में दिखाया जाने के मुद्दे को भी मोदी ने उठाया।
- साथ ही राजस्थान के पकड़े गए आईएम के कुछ आतंकियों के भी आप के संपर्को का खुलासा हुआ है। हालांंकि उन्होंने अपने भाषण में इसका जिक्र नहंी किया। वैसे एक अफगानी पाकिस्तान एके के पाकिस्तान कनेक्शन का खुलासा चर चुका है या चुकी है।
- इसके साथ ही उन्होंने जोड़ा कि पाकिस्तान के अखबार और टीवी पर आम आदमी पार्टी के इन नेताओं का जमकर बखान कर रहे हैं और वे इससे काफी खुश नजर आ रहे हैं। इस आधार पर मोदी ने इन्हें पाकिस्तान क एजेंट ठहरा दिया।
अगर केजरीवाल 4 फीसदी मुस्लिम वोट काटते हैं तो भाजपा को सीधे-सीधे दस सीटों का फायदा अकेले यूपी में हो सकता है। अगर यह प्रतिशत 2 भी रहता है तो भाजपा को 5 सीटों का फायदा हो सकता है। बिहार, कर्नाटक, राजस्थान जैसे इलाकों में मुस्लिम वोट कटने से कम मार्जिन वाली सीटों पर हार जीत का गणित बिगड़ सकता है।
बनारस में भी यह गणित काम करेगा। वहां भी केजरीवाल मुस्लिम वोट काटकर मोदी की राह और आसान करेंगे। एके के लिए मोदी के तरकश में काफी तीर हैं। जैसे फोर्ड फाउंडेशन, सिम कार्ड प्रकरण, अमेरिकी युवती का अन्ना के आंदोलन में सक्रिय रहना और फिर उसी युवती का मिश्र की बगावत में शामिल होने जैसे अनेक मुद्दे हैं। यानी बनारस लाकर मोदी ने केजरीवाल को अपने ट्रेप में फंसा लिया है। चित्र विवरण इस प्रकार है।
- कश्मीर को भारत में नहीं पाकिस्तान में दिखाने वाला आम आदमी पार्टी का मेप।
- प्रशांत भूषण और चिनाय के विवादित बयान और पाकिस्तान रेडियो की टिप्पणी।
- गिलगिट की कश्मीर अफेयर विभाग की वेबसाइट पर आप का खास तौर पर जिक्र है।
- आतंक के आरोपियों के लिए पहुंचे आप और कांग्रेस।
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