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शुक्रवार, 18 अप्रैल 2014

लालकिले से (भाग-71) - यूपीए वन की सरकार के बाद रॉबर्ट वाड्रा ने एक लाख से बनाए 325 करोड़



दो विदेशी और एक अंग्रेजी अखबार की वेबसाइट का राबर्ट वाड्रा      और सोनिया, राहुल और प्रियंका पर निशाना


सोलहवीं लोकसभा के चुनाव के दौरान गुरुवार का दिन विदेशी और अंग्रेजी अखबारों ने पूरे गांधी परिवार को निशाना बनाया। अमेरिकी अखबार वाल स्ट्रीट जर्नल की वेबसाइट ने लिखा कि यूपीए वन की सरकार के बाद रॉबर्ट वाड्रा ने जमीनों एक लाख निवेश कर बनाए 325 करोड़ रूपए। लंदन के अखबार डेली मेल की वेबसाइट के अनुसार का वाड्रा का कारोबार तीन राज्यों में फैला है। लाइव मिंट की वेबसाइट ने सोनिया, राहुल, प्रियंका और राबर्ट की सारी कंपनियों का जिक्र एक चार्ट के रूप में किया है और इनकी भागीदारी वाली फर्मों की  सूची भी प्रकाशित की है।
द वॉल स्ट्रीट जनरल : यूपीए वन की सरकार के बाद रॉबर्ट वाड्रा ने एक लाख से बनाए 325 करोड़
प्रतिष्ठित अमेरिकी अखबार द वॉल स्ट्रीट जर्नल की वेबसाइट ने भारत की राजनीति में सबसे ताकतवर गांधी परिवार के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के बारे में सनसनीखेज खुलासे करते हुए कहा है कि पांच साल में ही दसवीं पास 44 वर्षीय रख रॉबर्ट वाड्रा ने एक लाख रुपए का निवेश कर सवा तीन सौ करोड़ रूपए की संपत्ति बनाई है। अभी भी उनके पास ढाई सौ करोड़ रूपए से अधिक की संपत्ति है। वाड्रा का ग्राफ यूपीए वन के सत्ता में आने के साथ यानी 2004 में आरंभ हुआ था। ये जमीनें राजस्थान, हरियाणा और नई दिल्ली में हैं। राजस्थान में जमीनें सौर उर्जा प्रोजेक्ट के तहत ली गईं। हरियाणा में ली गई जमीन पर आईएसएस अधिकारी खेमका की आपत्ति का भी खुलासे में जिक्र है।
वेबसाइट के अनुसर वाड्रा की कंपनियों की फाइलिंग,जमीन के दस्तावेज और प्रापर्टी एस्टपर्ट की राय के आधार पर उनकी  संपत्ति का यह आकलन किया गया है। वेबसाइट के अनुसार वाड्रा ने वर्ष 07 में एक लाख रुपए से रियल एस्टेट कंपनी आरंभ की कंपनी नेे 2012 लगभग करीब 75 करोड़ रुपए से ज्यादा की प्रॉपर्टी बेची है।
वेबसाइट के अनुसार वाड्रा के पास अभी भी 250 करोड़ रुपए से ज्यादा की प्रॉपर्टी बची हुई है। साथ ही वाड्रा की कंपनियों ने 2012 के बाद कोई संपत्ति बेची या नहीं इसकी जानकारी सरकारी आनलाईन रिकार्ड नहीं है। वेबसाइट में कहा गया है कि रियल एस्टेट में कोई अनुभव नहीं होने के बाद भी इतने कम समय में वाड्रा रियल एस्टेट किंग बन गए। वेबसाइट का दावा है वाड्रा और गांधी परिवार के लिए महेश नागर नामक व्यक्ति जमीनों की खरीद फरोख्त कराता है। नागर गांधी परिवार का करीबी और राजस्थानी है। हालांकि नागर इन बातों का खंडन करते हैं।  वेबसाइट में कहा गया है कि यूपीए वन से पहले तक राबर्ट वाड्रा इकानामिक ज्वैलरी का बिजनेस करते थे। 2004 में यूपीए के सत्ता में आने पर उन्होंने  स्काई लाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लि. के नाम से एक रियल एस्टेट एक कंपनी बनाई। कंपनी मामलों के रजिस्ट्रार के मुताबिक इस कंपनी को वाड्रा ने करीब एक लाख रुपए की लागत से शुरू किया था। हालांकि वाड्रा इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित मानते हैं।

http://online.wsj.com/news/articles/SB10001424052702304512504579495611787698756?mg=reno64-wsj&url=http%3A%2F%2Fonline.wsj.com%2Farticle%2FSB10001424052702304512504579495611787698756.html

डेली मेल : तीन राज्यों में हैं वाड्रा के लैंड बैंक



लंदन के अखबार डेली मेल की वेबसाइट ने खुलासा किया है कि राबर्ट वाड्रा का लैंड बैका का कारोबार तीन

राज्यों में फैला हुआ है। मेल टुडे ने ऐसी 12 कंपनियां खोज निकाली हैं जिनमें वाड्रा, डायरेक्टर, एडिशन डायरेक्टर या मैनेजिंग डायरेक्टर हैं या रहे हैं। कंपनी के दस्तावेजों से जाहिर है कि इसके पास तीन राज्यों में विशाल लैंड बैंक हैं। सभी कंपनियों का एक सा पता है- 268 सुखदेव विहार नई दिल्ली।

He is a director in five companies - Sky Light Hospitality, Blue Breeze Trading, Sky Light Realty, Real Earth Estates, North India IT Parks, additional director in Lambodar Art Enterprises and MD of six entities - Lifeline Agrotech, Greenways Agro, Rightline Agriculture, Future Infra Agro, Best Seasons Agro and Prime Time Agro which were constituted only in 2012, according to data available from the ministry of corporate affairs as on September 28, 2012.



http://www.dailymail.co.uk/indiahome/indianews/article-2214763/Robert-Vadras-complex-maze-Records-companies-masses-land-banks-states.html

लाइव मिंट : सोनिया, राहुल, प्रियंका और राबर्ट की 16 कंपनियां

लाइव मिंट ने भी सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और राबर्ट वाड्रा की कंपनियों का चार्ट प्रकाशित किया है। इनकी 16 कंपनियां हैं। देखें मिंट की रिपोर्ट-






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