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गुरुवार, 24 अप्रैल 2014

लालकिले से (भाग-76) - चुनाव के आखिरी दौर में और सावधान हुई भाजपा, जुबान पर लगाम के नेताओं को निर्देश, रणनीति में बदलाव


भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने अब चुनाव प्रचार के आखिरी दौर में फंूक-फूंक कर कदम रखने और खासकर बयानबाजी में सावधानी रखने की पार्टीजनों और शुभचिंतकों केा हिदायद दी है। पांच दौर के मतदान की समीक्षा और छठवें दौर से पहले संघ और भाजपा को लगने लगा है कि अब मोदी सत्ता की दहलीज से कुछ ही कदम दूर हैं संघ और भाजपा का आकलन है कि एनडीए 300 या इससे ज्यादा सीटों के साथ सत्ता में आ रहा है और अभी मतदान के चार दौर भी होने हैं। ऐसे में कोई ऐसा बखेड़ा खड़ा न हो जाए इसलिए सावधानी की हिदायत दी गई है। पूरे चुनाव प्रचार में मोदी ने अब तक विरोधियों और मीडिया को ऐसा कोई भी मौका नहीं दिया है जिससे उनके बयानों पर कोई सवाल उठा सके। उनके भाषण में तीन हिस्से होते हैं। पहला विकास की बात दूसरा स्थानीय मुद्दे और तीसरा राजनीतिक हमले। हिन्दूत्व की कोई बात नहीं करते, विवादित मुद्दे उठाते नहीं। इसलिए अभी तक उनका प्रचार टू द प्वाइंट चल रहा है और वे इसे ऐसे ही चलाना चाहते हैं। प्रवीण तोगडिय़ा के बयान के बाद भाजपा और सतर्क हो गई है।

भाजपा का फोकस अब इन मुद्दों पर
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१. इसके तहत मैं देश नहीं बिकने दूंगा वाले गीत के स्थान पर महंगाई और भ्रष्टाचार पर आधारित गीत ला रहा है।
२. सभी केन्द्रीय नेताओं और राज्य इकाईयों को भी सोच समझकर बोलने को कहा है।
३. इसी कड़ी में हुए फैसले के बाद नरेन्द्र मोदी ने एक ट्विट कर सभी कार्यकर्ताओं और शुभचिंतकों को कहा कि वे ऐसा कोई बयान न दें जिससे पार्टी परेशानी में पड़ें।
४. इसके स्थान पर मंहगाई और भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाकर ज्यादा से ज्यादा मतदान की रणनीति बनाई गई है।
५. अंग्रेजी अखबारों में अबकी बार मोदी सरकार के स्थान पर भाजपा सरकार वाले विज्ञापन।
६. बिहार में लालू की अपेक्षाकृत मजबूत होती स्थिति को रोकने और मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए भाजपा नेता गिरिराजसिंह से मोदी विरोधियों को पाकिस्तान भेजने वाला बयान दिलवाया।
७. मध्यप्रदेश में पांचवे दौर से ज्यादा मतदान करवाने के लिए संघ और भाजपा को और ज्यादा सक्रिय कर दिया गया है।
८. यूपी में वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए संघ की ताकत को और बढ़ाया गया है, ताकि पूर्वी उत्तरप्रदेश में ज्यादा से ज्यादा सीटें लाई जा सकें।

फिर भी प्रवीण तोगडिय़ा ने गड़बड़ कर दी
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प्रवीण तोगडिय़ा ने मकान खाली कराने वाले मुद्दे से विरोधियों को बोलने का मौका दे दिया। संघ ने भले ही इस वीडियो को गलत बताकर तोगडिय़ा का बचाव किया है पर सूत्रों का कहना है कि यह वीडियो सही है। सूत्रों का कहना है कि यह वीडियो मोदी को रोकने की रणनीति या उनके मिशन को नुकसान करने की रणनीति के तहत ही लीक किया गया था। खैर अब संघ और विहिप के दबाव के बाद प्रवीण तोगडिय़ा ने वीडियों को गलत बताते हुए मीडिया को लीगल नोटिस जारी किए हैं।

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