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रविवार, 27 अप्रैल 2014

लालकिले से (भाग-86) -पाकिस्तानी और चीनी मिसाइलों को आसमान में ही उड़ा देगा पृथ्वी मिसाइल डिफेंस सिस्टम



कल्पना - पाकिस्तान या चीन ने भारत पर हमले की नियत से नई दिल्ली को लक्ष्य करके एक मिसाइल दागी।
हकीकत- इस मिसाइल को भारत की मिसाइल रक्षा प्रणाली का ग्रीन पाइन रडारयुक्त इंटरसेप्टर इंटरसेप्ट करेगा। इंटरसेप्ट करते ही इस प्रणाली से लगा कम्यूटर मिसाइल की स्थिति और दूरी निकालेगा। यह गणना होते ही इस सिस्टम से लगी मिसाइल दुश्मन की मिसाइल पर हमला बोल देगी और आसमान में ही इसे नष्ट्र कर देगी। इस मिसाइल से हम दुश्मन के उपग्रहों को भी निशाना बना सकते हैं।
सोलहवीं लोकसभा के चुनाव प्रचार की गहमा-गहमी के बीच आज भारत ने मिसाइल डिफेंस के क्षेत्र में बड़ी सफलता हासिल की है। बालासोर में रविवार को द्विस्तरीय बैलेस्टिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। भारत ने पहली बार पृथ्वी डिफेंस व्हीकल (पीडीवी) की सहायता से इस मिसाइल ने लक्ष्य को मार गिराया। इससे पृथ्वी की कक्षा से बाहर ही लक्ष्य को भेदा जा सकेगा। इसे इजराइल के एरो बेलिस्टिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम की तर्ज पर इजराइल की मदद से स्वदेश में ही विकसित किया गया है।परीक्षण के बाद रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) ने बताया कि कि पीडीवी पृथ्वी के वायुमंडल से ऊपर 120 किलोमीटर तक के लक्ष्य को भेद सकती है। इसकी क्षमता 2000 किलोमीटर है।


मिसाइल डिफेंस सिस्टम ऐसे काम करता है
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मिसाइल डिफेंस सिस्टम के दो भाग होते हंै। पहला होता है जासूस इंटरसेप्टर और दूसरा होता है हमारी हमलावर मिसाइल। ये सभी आपस में जुड़े होते हैं। यह चार चरणों में काम करता है। चित्र देखें और समझें।



१. इंटरसेप्टर ग्रीन पाइन रडार से युक्त होता है। यह भारत के वायुमंडल में प्रवेश करने वाली किसी भी मिसाइल को इंटरसेप्ट करता है यानी भांप लेता है। भारत ने इस नाम दिया है पीडीवी इंटरसेप्टर।
२. इंटरसेप्टर राडार की स्क्रिन पर जैसे ही मिसाइली हमला इंटरसेप्ट होता है कम्यूटर उसकी वायुमंडल में दूरी और स्थिति की गणना कर लेता है। यह काम सेकंड में होता है।
३. आक्रमणकारी मिसाइल की स्थिति ज्ञात होते ही मिसाइल कमांडर के तत्काल निर्देश पर सिस्टम के साथ जुड़ी हमलावर मिसाइल लक्ष्य की ओर रवाना हो जाती है।
४. पृथ्वी के वातावरण से मिसाइल के बाहर जाते ही हीट शील्ड निकलती है और इसके दूसरे चरण का काम आरंभ हो जाता है। इसके बाद मिसाइल शत्रु की मिसाइल को आसमान में लगभग सौ किलोमीटर उपर ही नष्ट्र कर देती है।

हुआ भी ऐसा- मिसाइल डिफेंस सिस्टम का परीक्षण विशेष रूप से बनाए गए पीडीवी इंटरसेप्टर और द्विस्तरीय लक्ष्य से इसका परीक्षण किया गया। बंगाल की खाड़ी में जहाज से छोड़ी गई डमी टार्गेट मिसाइल को पीडीवी इंटरसेप्टर ने इंटरसेप्ट किया और इसी सिस्टम से लगी हमारी मिसाइल ने सफलतापूर्वक मार गिराया गया।)

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